Dhoom Dhaam Movie REVIEW : अगर आपको लगता है कि “कॉमेडी” सिर्फ फ़िल्मी गानों, ओवर-द-टॉप जोक्स और फैमिली फ्रेंडली मज़ाक तक ही सीमित है, तो धूमधाम आपकी सोच बदल देगी। ये फिल्म बॉलीवुड की उन rare डार्क कॉमेडीज़ में से है जो आपको हंसाती भी है, डराती भी है, और दिमाग़ की बत्ती भी जलाती है। OTT पे सीधे रिलीज़ हुई इस फिल्म को लेकर लोगों के बीच curiosity पहले से ही है। चलिए, जानते हैं कि क्या ये फिल्म वाकई देखने लायक है या नहीं!

Quick Information Table
Category | Details |
---|---|
Release Date | हाल ही में OTT पे रिलीज़ (एक्टुअल डेट नहीं बताया गया) |
Platform | Amazon Prime Video या Netflix? (कन्फर्म नहीं, लेकिन OTT रिलीज़ ही है) |
Genre | डार्क कॉमेडी, थ्रिलर, सस्पेंस |
Cast | यामी गौतम, प्रतीक गांधी |
Director | नाम नहीं बताया गया (फिल्म की चर्चा में ज़्यादा फोकस एक्टर्स पे है) |
Runtime | 100 मिनट्स (फास्ट-पेस्ड और नो बोरिंग सीन्स) |
Age Rating | Adult (18+) क्योंकि सेक्स जोक्स, गालियां, और मैच्योर ह्यूमर है |
Verdict | एक बार देख सकते हैं, लेकिन फैमिली के साथ नहीं! |
Rating | ⭐⭐✨ (2.5/5) – डिफरेंट कोशिश, पर कहानी में कमजोरियां |
कहानी क्या है? सिंपल है, पर ट्विस्ट्स के साथ!
धूमधाम की कहानी शुरू होती है एक अरेंज्ड मैरिज से। लड़का (प्रतीक गांधी) और लड़की (यामी गौतम) की कुंडली मिली, 36 में से 33 गुण मैच हुए, और बस… शादी पक्की! हनीमून के लिए दोनों लक्ज़री होटल पहुंचते हैं। यहाँ तक सब नॉर्मल है, लेकिन अचानक होटल के दरवाज़े पर खड़ा होता है एक बंदूकधारी (कौन? ये स्पॉइलर है!)। अब ये कपल के पास केवल 2 ऑप्शन्स हैं:
- होटल की 20वीं मंजिल से कूद जाएं (एडवेंचर हनीमून!),
- बंदूक वाले की बात मानें।
पर यहाँ problem क्या है? इस बंदूकधारी को एक चीज़ चाहिए जो इन दोनों के पास है। क्या वो चीज़ है? ये जानने के लिए आपको फिल्म देखनी पड़ेगी। बस इतना समझ लीजिए: ये कहानी सस्पेंस और डार्क ह्यूमर का मिक्स है, जहाँ हर 10 मिनट में कोई न कोई ट्विस्ट आता है।
यामी गौतम vs प्रतीक गांधी: एक्टिंग में किसने मारी बाजी?
- यामी गौतम ने इस फिल्म में वो कमाल किया है जो उन्हें बाकी हीरोइन्स से अलग बनाता है। उनका किरदार “बोल्ड” है, बिना फिल्टर बोलने वाली औरत, और सेक्स जोक्स पर भी हंस देने वाली। फिल्म का वो सीन जहाँ वो “प्यार का पंचनामा” स्टाइल में मर्दों पर कटाक्ष करती हैं, हाईलाइट है। लोग इसे “Lady Version of Karthik Aaryan’s Famous Speech” बुला रहे हैं।
- प्रतीक गांधी (“स्कैम 1992” फेम) ने भी अपने कॉमेडी टाइमिंग से इम्प्रेस किया। पर कुछ लोगों को लगा कि उनका टैलेंट इस फिल्म में पूरी तरह यूज़ नहीं हुआ। वैसे, उनका confrontation scenes में एक्टिंग top-notch है।
फिल्म की सबसे बड़ी strength यही दोनों एक्टर्स की chemistry और timing है। ये दोनों साथ में स्क्रीन पर बिल्कुल natural लगते हैं, जैसे real life में शादीशुदा जोड़ी हो।
डार्क कॉमेडी का मतलब? बॉलीवुड के लिए नया एक्सपेरिमेंट!
भारत में डार्क कॉमेडी genre बहुत rare है। इसमें ह्यूमर वो होता है जो थोड़ा “काला” हो, मतलब जोक्स के साथ सस्पेंस या डर भी मिक्स हो। धूमधाम में ये बैलेंस ठीक-ठाक है। जैसे:
- एक सीन में बंदूकधारी कपल से कहता है, “तुम दोनों में से एक को मरना है… Voting करो, मैं majority मानूंगा!”
- दूसरी जगह यामी पति से कहती हैं, “शादी से पहले मैंने सोचा था तुम सिंपल हो… अब लगता है, ‘सिंपल’ की spelling ‘S-I-N-P-U-L’ होती है!”
पर कई जगहों पर ये ह्यूमर थोड़ा forced लगता है, खासकर मेल-फीमेल के झगड़े वाले सीन्स। कुछ लोगों को लग सकता है कि ये “feminist angle” ज्यादा push किया गया है।
सस्पेंस और थ्रिलर: कितना डरावना?
अगर आपको लगता है कि ये फिल्म दृश्यम या Andhadhun लेवल की सस्पेंस देगी, तो नहीं! यहाँ सस्पेंस हल्का-फुल्का है। कहानी में 2-3 ट्विस्ट हैं, पर climax थोड़ा predictable है। फिर भी, director ने पूरी फिल्म को इतना fast-paced रखा है कि आप बोर नहीं होंगे। Car chase वाला सीन, होटल का confrontation, और यामी का वो bold monologue… ये सब मिलकर फिल्म को engaging बनाते हैं।
क्यों OTT पर रिलीज़ हुई? Theatrical Release से डर गए?
ये सवाल बहुत लोग पूछ रहे हैं। शायद producers को लगा कि:
- इसमें adult humor है, जो इंडियन थिएटर ऑडियंस को पसंद नहीं आएगा।
- यामी और प्रतीक बड़े स्टार नहीं हैं, तो box office risk होता।
- OTT पे लोग mature content को open-minded होकर देखते हैं।
फिल्म OTT के लिए परफेक्ट है क्योंकि इसे आप घर में comfortable होकर देख सकते हैं। Family के साथ नहीं, वरना awkwardness होगी!
क्या ये फिल्म Controversy खड़ी करेगी?
हाँ! क्योंकि:
- लड़कियों के मुंह से गालियाँ और सेक्स जोक्स… इंडिया में ये Hollywood जितना cool नहीं माना जाता।
- शादी की परंपराओं पर सवाल उठाना (जैसे कुंडली मिलाना, अरेंज्ड मैरिज)।
- Feminism को लेकर extreme dialogues (कुछ लोगों को ऑफेंसिव लग सकता है)।
लेकिन यही तो है इस फिल्म का USP! जितने ज़्यादा लोग इसे देखेंगे, उतने ज़्यादा memes, tweets और debates बनेंगे।
पॉजिटिव्स vs नेगेटिव्स
👍 प्लस पॉइंट्स:
- यामी और प्रतीक की बेहतरीन एक्टिंग।
- Fast-paced screenplay… कहीं भी बोरिंग नहीं।
- डार्क कॉमेडी का नया कॉन्सेप्ट।
- मूवी की लंबाई सही (100 मिनट्स)।
👎 माइनस पॉइंट्स:
- Climax predictable है।
- कॉमेडी कहीं-कहीं forced लगती है।
- सस्पेंस element को और मजबूत बना सकते थे।
फैमिली के साथ देखें या नहीं?
बिल्कुल नहीं! अगर आप अपने parents या kids के साथ ये फिल्म देखेंगे, तो:
- यामी के सेक्स-रिलेटेड जोक्स पे आपका face red हो जाएगा।
- गालियाँ और adult dialogues से माहौल awkward बनेगा।
- शादी के सीन्स में मर्दों को जो mock किया गया है, वो कुछ लोगों को पसंद नहीं आएगा।
इसलिए, इसे अकेले या partner के साथ ही देखें।
टीका-टिप्पणी: लोग क्या कह रहे हैं?
- “यामी गौतम ने तो इस फिल्म में fire लगा दी! बॉलीवुड को ऐसी ही बोल्ड एक्ट्रेस चाहिए।”
- “प्रतीक गांधी का talent waste हुआ है… स्कैम 1992 के बाद ये क्या कर दिया?”
- “OTT पे आने वाली ये बेस्ट डार्क कॉमेडी है। पसंद आई!”
- “क्लाइमैक्स बहुत ही weak था… निर्देशक ने सिर्फ shocks के लिए ट्विस्ट डाले।”
फाइनल वर्ड: देखें या ना देखें?
अगर आपको डार्क कॉमेडी और experimental cinema पसंद है, तो धूमधाम आपके लिए है। ये फिल्म बॉलीवुड की same old romantic-comedy formula से अलग है। पर अगर आप सिंपल, light-hearted entertainment चाहते हैं, तो ये निराश कर सकती है।
Rating: ⭐⭐✨ (2.5/5)
Verdict: एक बार देखी जा सकती है, लेकिन थिएटर की बजाय OTT पर ही।
तो ये थी धूमधाम की honest review। अगर आपने फिल्म देखी है, तो कमेंट में बताएं कि आपको कैसी लगी। और हाँ, फैमिली वालों को इस रिव्यू का लिंक शेयर करना… उन्हें पहले ही alert कर दो! 😉
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